पाकिस्तान में आतंकी नेटवर्क(Pak terror networks?) को कौन नियंत्रित करता है? डोजियर(Dossier) में नेतृत्व, फंडिंग और फ्रंट विंग का नक्शा
खुफिया डोजियर में पाकिस्तान स्थित आतंकवादी समूहों(Terror groups) के कमांड पदानुक्रम, वित्तपोषण चैनलों और संचालन ठिकानों का खुलासा किया गया है, साथ ही उनके शीर्ष नेतृत्व(top leadership), लॉन्च कमांडरों(launch commanders) और अग्रणी संगठनों पर भी प्रकाश डाला गया है।

In Short
- भारतीय एजेंसियों(Indian agencies) ने पाकिस्तान(Pakistan) के आतंकी नेटवर्क(terror networks) की जानकारी जुटाई
- डोजियर(Dossier) ने आतंकी कमांड(terror command), फंडिंग चैनल और फ्रंट ऑर्गनाइजेशन का खुलासा किया
- लश्कर चीफ(Lashkar chief) ने अपने बेटे तल्हा सईद को नेतृत्व सौंपा
खुफिया एजेंसियों ने पाकिस्तान(Pakistan) स्थित आतंकवादी समूहों(terrorist groups) जैश-ए-मोहम्मद(Jaish-e-Mohammed (JeM)) और लश्कर-ए-तैयबा(Lashkar-e-Taiba (LeT)) पर एक विस्तृत डोजियर तैयार किया है, क्योंकि 22 अप्रैल को पहलगाम आतंकवादी हमले(Pahalgam terrorist attack) के बाद देश हाई अलर्ट पर है। BlogeeGuru द्वारा एक्सक्लूसिव तौर पर एक्सेस किए गए इस डोजियर(dossier) में इन संगठनों के कमांड पदानुक्रम और फंडिंग चैनलों की रूपरेखा दी गई है, जो उनके शीर्ष नेतृत्व, लॉन्च कमांडरों और वित्तीय सहायता के स्रोतों के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करता है।
विस्तृत खुफिया रिपोर्ट में प्रमुख व्यक्तियों और उनकी विशिष्ट भूमिकाओं, परिचालन संरचना, भर्ती, प्रशिक्षण और आतंकी हमलों(terror attacks) को अंजाम देने जैसी महत्वपूर्ण गतिविधियों के लिए जिम्मेदार व्यक्तियों की पहचान, साथ ही इन समूहों(groups) को चलाने वाले वित्तीय स्रोतों का विवरण दिया गया है।
डोजियर(dossier) के अनुसार, मौलाना मसूद अजहर जैश-ए-मोहम्मद(Maulana Masood Azhar) के भीतर सर्वोच्च पद (अमीर) रखता है, जो सीधे प्रमुख व्यक्तियों की देखरेख करता है, जबकि मोहम्मद हसन(Mohammad Hasan) संगठन के प्रवक्ता के रूप में कार्य करता है।
A look at important individuals identified in the dossier:
- मौलाना मसूद अज़हर(Maulana Masood Azhar) - अमीर (संगठन प्रमुख)
- मोहम्मद हसन(Mohammad Hasan )-प्रवक्ता
- मौलाना कारी मसूद अहमद(Maulana Qari Masood Ahmed) - प्रमुख, प्रचार विंग
- मुफ़्ती असगर(Mufti Asghar) - मुख्य कमांडर, संचालन
- इब्राहिम राथर(Ibrahim Rather) - प्रमुख, मिल्ली अफेयर्स
- मौलाना सज्जाद उस्मान(Maulana Sajjad Usman) - वित्त प्रभारी (पूर्व में हरकत-उल-मुजाहिदीन (एचयूएम) के साथ)
- सैफुल्लाह शाकिर(Saifullah Shakir) - नाजिम आरएमसी (अल रहमत ट्रस्ट के पूर्व प्रभारी)
- मौलाना मुफ्ती मोहम्मद असगर उर्फ साद बाबा(Maulana Mufti Mohammad Asghar alias Saad Baba) - लॉन्च कमांडर (पूर्व हरकत-उल-मुजाहिदीन सदस्य)
Pahalgam Terror Attack Live Updates: TRF ने ली आतंकी हमले की जिम्मेदारी
डोजियर(dossier) में पाकिस्तान(Pakistan) के कब्जे वाले कश्मीर(Pakistan-occupied Kashmir (POK)) में इन आतंकी समूहों के संचालन ठिकानों पर प्रकाश डाला गया है, जहां भारत विरोधी गतिविधियों(anti-India activities) के लिए रणनीति बनाई जाती है। इन संगठनों में लॉन्च कमांडर की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण होती है, जो भारत में घुसपैठ और आतंकियों की ट्रेनिंग के लिए जिम्मेदार होते हैं। मौलाना मुफ्ती मोहम्मद असगर(Maulana Mufti Mohammad Asghar) उर्फ साद बाबा(Saad Baba) को जैश का मुख्य लॉन्च कमांडर बताया गया है, जो पहले HUM से जुड़ा रहा है।
ORGANISATION OF LASHKAR-E-TAIBA(लश्कर-ए-तैयबा का संगठन)
प्रमुख: हाफ़िज़ मोहम्मद सईद(Chief: Hafiz Mohammad Saeed) - लश्कर-ए-तैयबा प्रमुख(Lashkar-e-Taiba Chief) ने धीरे-धीरे संगठन की नेतृत्व संबंधी ज़िम्मेदारियाँ अपने बेटे तल्हा सईद(Talha Saeed) को सौंपना शुरू कर दिया है, जो अब इसके संचालन में अहम भूमिका निभा रहा है।
संचालन प्रमुख: ज़कीउर रहमान लखवी(Chief of Operations: Zakiur Rehman Lakhvi ) - लश्कर-ए-तैयबा(Lashkar-e-Taiba) का ऑपरेशनल कमांडर और 2008 के मुंबई हमलों(Mumbai attacks) के पीछे मुख्य मास्टरमाइंड।(mastermind) हमलों के बाद उसे गिरफ़्तार किया गया था, लेकिन 2015 में उसे ज़मानत पर रिहा कर दिया गया था। 2021 में उसे 15 साल जेल की सज़ा सुनाई गई।
लखवी(Lakhvi) सैन्य अभियानों की देखरेख, आतंकवादी प्रशिक्षण शिविरों का प्रबंधन और हमलों की योजना बनाने के लिए ज़िम्मेदार है। वह फ़ील्ड कमांडरों का समन्वय भी करता है और रसद सहायता भी संभालता है।
OTHER TERRORIST LEADERS
साजिद मीर उर्फ सैफुल्लाह साजिद जाट(Sajid Mir alias Saifullah Sajid Jat) - 2008 के मुंबई हमलों(Mumbai attacks) के पीछे मुख्य मास्टरमाइंड, मीर अभी भी फरार है और FBI की मोस्ट वांटेड सूची में है। वह मुख्य रूप से अंतरराष्ट्रीय संचालन और भर्ती पर ध्यान केंद्रित करता है।
मोहम्मद याह्या मुजाहिद(Mohammad Yahya Mujahid) - लश्कर-ए-तैयबा(Lashkar-e-Taiba) के मीडिया विभाग का प्रमुख और इसका प्रवक्ता। वह संगठन की प्रचार रणनीतियों और जनसंपर्क के प्रबंधन के लिए जिम्मेदार है।
हाजी मोहम्मद अशरफ(Haji Mohammad Ashraf) - लश्कर-ए-तैयबा(Lashkar-e-Taiba) का वित्त प्रमुख, धन उगाहने और वित्तीय संचालन की देखरेख करता है। वह जमात-उद-दावा (JuD) और अन्य संबद्ध मोर्चों के माध्यम से धन का समन्वय करता है।
आरिफ कासमानी(Arif Qasmani) - बाहरी संपर्कों का समन्वयक, जिसे अल-कायदा(Jamaat-ud-Dawa (JuD)) सहित अन्य आतंकवादी संगठनों के साथ संबंध स्थापित करने का काम सौंपा गया है।
जफर इकबाल(Zafar Iqbal) - लश्कर-ए-तैयबा(Lashkar-e-Taiba) का सह-संस्थापक(co-founder), इकबाल(Iqbal) समूह की वैचारिक और प्रशिक्षण गतिविधियों में शामिल रहा है, हालांकि हालिया रिपोर्टें उसकी गतिविधि में गिरावट का संकेत देती हैं।
FRONTAL ORGANISATIONS
डोजियर(dossier) में लश्कर-ए-तैयबा के सहयोगी संगठनों और फ्रंट विंग्स पर भी प्रकाश डाला गया है:
जमात-उद-दावा (Jamaat-ud-Dawa (JuD)) - हाफिज सईद(Hafiz Saeed) के नेतृत्व में लश्कर-ए-तैयबा(Lashkar-e-Taiba) का सार्वजनिक चेहरा। JuD ने स्कूलों(schools), अस्पतालों का संचालन करके और राहत कार्य करके समाज में अपनी पैठ बनाई है, इन पहलों का उपयोग व्यक्तियों की भर्ती करने और उन्हें कट्टरपंथी बनाने के साधन के रूप में किया है। संयुक्त राष्ट्र और संयुक्त राज्य अमेरिका दोनों ने इसे एक आतंकवादी संगठन(terrorist organisation) घोषित किया है।
फलाह-ए-इंसानियत फाउंडेशन (Falah-e-Insaniyat Foundation (FIF)), अल मदीना(Al Madina) और ऐसर फाउंडेशन(Aiser Foundation) - इन समूहों की स्थापना JuD पर लगाए गए प्रतिबंधों को दरकिनार करने के लिए की गई थी। वे वही गतिविधियाँ जारी रखते हैं जो पहले JuD द्वारा की जाती थीं।
मिल्ली मुस्लिम लीग (Milli Muslim League (MML)) - लश्कर-ए-तैयबा(Lashkar-e-Taiba) की राजनीतिक शाखा, जिसे पाकिस्तान(Pakistan) के राजनीतिक क्षेत्र में अपना प्रभाव बढ़ाने के लिए बनाया गया था। अमेरिका ने भी एमएमएल पर प्रतिबंध लगा दिया है और इसे लश्कर का मुखौटा संगठन करार दिया है।
तापसी पन्नू(Taapsee Pannu) की हसीन दिलरुबा 3(Haseen Dillruba 3) पर काम चल रहा है: रिपोर्ट
TERROR FUNDING NETWORK
फंडिंग नेटवर्क का विस्तृत विवरण दिया गया है, जिसमें खुलासा किया गया है कि जमात-ए-इस्लामी(Jamaat-e-Islami) का हवाला नेटवर्क भारत(India), बांग्लादेश(Bangladesh), नेपाल(Nepal) और श्रीलंका(Sri Lanka) में लश्कर के संचालन का समर्थन करने के लिए उपमहाद्वीप में फंड ट्रांसफर की सुविधा प्रदान करता है।
जांच एजेंसियों ने मौलाना सज्जाद उस्मान(Maulana Sajjad Usman) जैसे व्यक्तियों की पहचान की है, जो पहले HUM से जुड़े थे, जो फंडिंग के लिए जिम्मेदार थे। कथित तौर पर अल रहमत ट्रस्ट(Al Rehmat Trust) की आड़ में फंड जुटाए जाते हैं और आतंकवादी(terrorist) प्रशिक्षण, घुसपैठ, हथियारों(weapons) की आपूर्ति और प्रचार के लिए उपयोग किए जाते हैं।
यह व्यापक डोजियर(dossier) सुरक्षा बलों और एजेंसियों के लिए पाकिस्तानी(Pakistani) धरती से संचालित और भारत(India) के लिए खतरा पैदा करने वाले इन आतंकवादी नेटवर्क को खत्म करने के उनके प्रयासों में एक महत्वपूर्ण संपत्ति होने की उम्मीद है। यह इन ऑपरेशनों की व्यवस्थित प्रकृति को रेखांकित करता है।
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